SEO कैसे सीखे। SEO कब और क्यों सीखना चाहिए। Things to know before starting a blog
सबसे पहले जानते है SEO के बारे में आपको पहले थोड़ा जानकारी दे दी जाये की SEO आखिर किस बला का नाम है और इसे सीखना कई लोगो का गोल और सपना होता है
Think to know before starting a blog
जब भी आप अपना नया घर बनाने की सोचते है तो मन में सबसे पहले सवाल क्या आता है ?
- एक साफ़ सुथरी और सुविधा जनक जगह पर जमीन को खरीदना या होना
- फिर घर का नक्शः बनवा या खुद से बनाना
- घर बन्न जाने के बाद उस में सामान अपनी सुविधा अनुसार भरना या खरीद कर लाना
- फिर उस घर को चलने या चलाने के लिए कोई कम काज या business को करना ताकि आपकी जीविका चलती रहे
SEO कब और क्यों सीखना चाहिए
उसी प्रकार जब आप एक ब्लॉग बनाने के बारे में सोचे हैं तो आपको उसको चलने के लिए कुछ नई तकनीक सीखना भी जरूरी होता है ताकि आपका ब्लॉग आपको प्रॉफिट देता रहे आप उस ब्लॉग से ऑनलाइन इनकम ( online income) करते रहैं
अब आयें जानते है ब्लॉग को कैसे बनाया जाता है फिर SEO यानि SEARCH ENGINE OPTIMIZATION के बारे में जानेंगे
WordPress blog kaise bnaye | WordPress blog कैसे बनाये
Word press पर ब्लॉग बनाने के लिए सबसे पहले आपको होस्टिंग लेनी पड़ती है उसके बाद आपको आपको अपने सब्जेक्ट और niche के हिसाब से domain खरीदना पड़ता है फिर होस्टिंग + डोमेन को इक दुसरे से जोड़ना यानि latchकरना होता है
दुसरे शब्दों में कहे तो डोमेन को होस्टिंग पैर configure करना जरूरी होता है उसके बाद WordPress को install किया जाता है
फिर लगभग -2 आपका ब्लॉग रेडी हो जाता है लेकिन अभी आपका वर्डप्रेस Blog online Income के लिए तैयार नहीं हुआ है
आयें इसको और अच्छे से समझते है –
चूंकि अभी आप बिलकुल beginner है बस जोश -जोश में आपने कही से विडियो या किसी का ब्लॉग या किसी की sucess स्टोरी पढ़ कर आप इकदम से bloggingकी दुनिया में आगये है और सोच रहे है की बस इक ब्लॉग साईट बना ली जाये तो ऑनलाइन इनकम होने लगेगी , लेकिन ;
दोस्त ऐसा बिलकुल नहीं है इन्टरनेट से पेसे कमाना इतना भी आसान नही है जितना आपको youtube के विडियो में बताया और दिखाया जाता है लेकिन अगर proper मेहनत की जाये तो आप सफलता पा सकते है
जाने कैसे Proper मेहनत करना होगा अपने ब्लॉग से पैसा कमाने के लिए
मैं एसईओ कहां से सीखूं | SEO Kha se seekhoon
सबसे पहले तो दोस्त एक ब्लॉग बनाओ अपना खुद का जहां पर आप अपना prectice कर सको , अपने ब्लॉग से बेहतर कोई नहीं सिखा सकता SEO के बारे में |
नीचे कुछ और भी बेसिक जानकारी दी गयी है जो आपको भविष्य में कम आयगी .
SEO का full form होता है सर्च इंजन optimization और ये कई प्रकार के होते है
SEO के प्रकार | सर्च इंजन optimization के प्रकार
- ON Page SEO
- OFF Page SEO
- Technical SEO
- Local SEO
- Social SEO
ON Page seo – इस का मतलव होता है ” जब आप अपने वेबसाइट के अंडर कम करते है जैसे की ब्लॉग को सेट करना , उसमे कंटेंट को चेक करना व update करते रहना , कलर को सेट व बदलना , ब्लॉग के लुक उसके अंडर के images को देखना जैसे –
Internal , External links , Titile, Meta description, keyword density,Headings, बोल्ड/italic word को करना शामिल है
INTERNAL LINK- इसको अपनी पोस्ट में तब use किया जाता है जब हमे अपने किसी पोस्ट मेसे users को अपने ही ब्लॉग के अंडर किसी दुसरे पोस्ट पर ले जाना होता है तो हम उस शब्द को या दुसरे शब्दों में कहें तो कीवर्ड को लिंक करदेते है
और जब user उस शब्द पर क्लिक करता है तो वह next post पर चला जाता है लेकिन इसे करते समय हमे उसी कीवर्ड पर लिंक करना चाहिए जिस keyword पर हम पोस्ट को रैंक करना है क्युकि गूगल का crawler इस चीज को महत्व देता है
आगे आने वाले पोस्ट में इस चीज के बारे में और भी डिटेल से बताउंगा की INTERNAL LINK कम कैसे करती है
EXTERNAL LINK – आपने नोटिस किया होगा जब आप किसी ब्लॉग को पढ़ रहे होते है तो उन पोस्ट के अंदर कई शबदो पर नीला , लाल, रंग लगा हुआ मालूम होता है , और जब आप उस शब्द पैर क्लिक करते है तो वह किसी और वेबसाइट पर ले जाता है वास्तव में वह एक External link का ही उद्धरण है
अत: External लिंक को ब्लॉगर refrence के लिए अपने किस ब्लोग्पोस्त में दल देते है ताकि पढने वाले user को और detail में जानकारी हो सके |
टाइटल क्या होता है और इसे कैसे उसे करें अपने ब्लॉग में –
किसी भी ब्लॉग पोस्ट में TITLE बहुत महत्व रखता है इससे ये पता चलता है की आगे की जाकारी किस बारे में होने वाली है और बिना title के गूगल भी किस blogpost को महत्व नहीं देता है
इस लिय किस भी beginnerब्लॉगर के लिए इस जानकारी को अच्छे से समझना चाहिए की आप के वेबसाइट पर traffic आपके TITLE पर निर्भर करती है
note :- जब भी कोई पोस्ट लिखने की सोचे तो आपने TITLE में अपने main keyword को जरूर डाले ताकि रैंक करने में मदद हो
टाइल के प्रकार | Types of TITLE tags
H1 से लेकर H6 headings होते है इन्ही को हम टाइटल व हैडिंग भी कहते है , याद रहे किसी में पोस्ट में केवल एक ही H1 heading होती है बाकि H2 ,H3 , H4 , H5 और H6 कितनी भी बार use किये जा सकते है एक ही पोस्ट में |
META DESCRIPTION- हैडिंग के तुरंत बाद हल्का सा 2,3 लाइन की जानकरी लिखी हुई दिखती है जब भी कोई topic आप गूगल में सर्च करते है मेटा डिस्क्रिप्शन वही होता है , इसका use seo में इस लिए किया जाता है ताकि गूगल के boats को सर्च इंजन में जाकारी show करने में कोई दिक्कत न आये ओर यूजर को थोड़ी जानकारी दिखा कर वेबसाइट पर लैंड करा दिया जाये .
मेटा डिस्क्रिप्शन की range 150-170 character की होती है कोसिस करें की मेटा डिस्क्रिप्शन में अपने कीवर्ड को डाले .अब तो बहुत सरे AI TOOLS अगये है जिनकी मदद से आप बहुत शानदार टाइटल्स, मेटा डिस्क्रिप्शन , हैडिंग बनाकर अपने वेबसाइट की पोस्ट में उसे इस्तेमाल कर सकते है
KEYWORD DESITY- कीवर्ड डेंसिटी का मतलव होता है की किसी भी ब्लॉग पोस्ट में कितनी बार कीवर्ड का use करना है जैसे १००० वर्ड के कंटेंट में केवल आप १-५% तक ही कीवर्ड को डेल ,इससे अधिक रेश्यो में डालते है तो वह कीवर्ड स्तुफ्फिंग के केटेगरी में आता है
OFF Page seo – जब हम अपने ब्लॉग के लिए कही पर किसी और साईट पर जाकर उसके बारे में लिंक वगैरा बनाते है और engagement को बढ़ते है तो off page seo कहलाता है जैसे – फोरम साइट्स – quora, medium, redit, guest posting sits, high domain authority sites, etc.
GUEST POSTING- गेस्ट पोस्टिंग साइट वह साइट्स होती है जहां पैर आप रजिस्टर करके के अपने ब्लॉग के लिए वह पर थोड़ी बहुत जानकरी शेयर करते है साथ ही अपने ब्लॉग या होम पेज का लिंक ड्राप करदेते है ताकि वह से आपकी साइट को कक ट्रैफिक मिल सके
कोसिस करें की हाई डोमेन अथॉरिटी वाले साइट से ही बैकलिंक्स लें जिससे आपकी साइट में ट्रैफिक बढ़े नाकि घाटे.
QUORA- यह एक फोरम साइट है जह से आप डिसकशन के रूप में अपने पोस्ट के लिए ट्रैफिक ड्राइव क्र सकते है
MEDIUM- यह एक फोरम साइट है जह से आप अपने पोस्ट के लिए ट्रैफिक ड्राइव क्र सकते है
Technical SEO – backlinks, redirection, 404 error, page not found, broken links, website speed, plugin updates, spam checking, citation, sitemap, Permalink, SSL installation,Robot.txt, google search console ये सारी चीज technical SEO के अंडर आती है
Backlinks- बैक लिंक्स का सीधे सम्बन्ध आपके डोमेन की अथॉरिटी से होता है जितनी अच्छी साइट से आपको बैकलिंक मिलेंगे उतना ही गूगल के नजर में आपकी साइट की रैंकिंग बढ़ेगी ,बैकलिंक के अलावा एक लिंक जूस (Link juice) भी होता है
और ये जब एक्टिव होता है जब आपको किस अच्छी डोमेन अथॉरिटी वाली साइट से ट्रैफिक मिल रहा होता है यह भी एक प्रकार का बैकलिंक ही होता है पर इसमें दो फॉलो नो फॉलो (do follow, no follow) काम करता है
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